बंगरा घाट महासेतु का आज उद्घाटन… बिहार के 6 जिलों की 8 लाख की आबादी के लिए तोहफा, नेपाल जाना भी होगा आसान

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गोपालगंज. ऑनलाइन टीम – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बुधवार को 509 करोड़ की लागत से बने बंगरा घाट महासेतु का पटना से वर्चुअली उद्घाटन करेंगे। 1506 मीटर लंबा और 15 मीटर चौड़ाई वाले इस पुल को बनाने में लगभग 6 साल लगे हैं। सारण को चंपारण और तिरहुत से जोड़ने वाले इस महासेतु चालू होने से छह जिलों की आबादी को फायदा होगा। जानकारी के अनुसार, गोपालगंज जिले में गंडक पर बने बंगरा घाट महासेतु का अप्रोच पथ बनने के दौरान एक सप्ताह पहले ही धंस गया था। जिसे आनन-फानन में दुरुस्त कर दिया गया था।

गोपालगंज जिले में गंडक पर बना चौथा महासेतु है। बैकुंठपुर में बने इस बंगरा घाट महासेतु को स्वतंत्रता दिवस से पहले आम लोगों के लिए खोला जाएगा। उल्लेखनीय है कि बीते 16 जून को गोपालगंज जिले में ही बने सत्तरघाट पुल का सीएम नीतीश ने जनता को समर्पित किया था। 15 मीटर चौड़ाई वाले इस पुल को बनाने में 6 साल 4 महीने लगे हैं। पुल के चालू होने से 6 जिलों की करीब 8 लाख की आबादी के आवागमन में सहूलियत होगी।

यह होगा फायदा
-दियारे का विकास
-नेपाल से बढ़ेगा व्यापार
-अयोध्या व जनकपुर तीर्थ फोरलेन से जुड़ेगे
-सारनाथ से भवान महावीर का जन्मस्थल वैशाली सीधा जुड़ जाएगा
-अंतरराष्ट्रीय महत्व का साबित होगा पुल
-बाढ़ का खतरा होगा कम

सारण और मुजफ्फरपुर की 40 किमी दूरी कम होगी
इस महासेतु के चालू होने के बाद गोपालगंज, सीवान व सारण से मुजफ्फरपुर की दूरी 55 किमी, दरभंगा की दूरी 65 किमी, जनकपुर की दूरी 70 किमी कम हो जाएगी। पुल के चालू हो जाने से सारण,चंपारण और मुजफ्फरपुर के लोगों को सीधा फायदा होगा। इससे जिला का एसएच 90 और पूर्वी चंपारण का एसएच 27 आपस में जुड़ रहे हैं। दो माह के अंदर दूसरा तोहफा: 55 दिन पहले यानी 16 जून को इसी प्रखंड में 4 किमी की दूरी पर बना सत्तरघाट पुल को सीएम ने जनता को समर्पित किया था। 1440 मीटर लंबे सत्तरघाट पुल के निर्माण पर 263 करोड़ का खर्च हुआ था।

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