बैंक में परेशान होने की जरूरत नहीं, माता-पिता और दोस्तों से भी ले सकते हैं होम लोन

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नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम – आर्थिक रूप से सक्षम माता-पिता, दोस्त या रिश्तेदारों से लोन लेना फायदेमंद साबित हो सकता है, बनिस्पत की बैंकों से। लंबी कागजी कार्रवाई से तो बचेंगे ही, समय भी कम लगता है और कागजात भी जमा करने के झंझट से मुक्त मिलेगी। जी हां, ऐसा संभव है, क्योंकि होम लोन एक बेहद थका देने वाला लंबा प्रोसेस है। बैंक्स आपसे ढेरों डॉक्यूमेंट्स मांगता है। आपकी क्रेडिट हिस्ट्री चेक करता है। आपकी नौकरी से लेकर पर्नसल हर चीज का खंगालता है।

तब भी कोई गारंटी नहीं होती कि बैंक आपको लोन देगा। अगर तरस खाकर कोई बैंक आपको लोन देने पर राजी भी हो जाता है तो आपसे ब्याज ज्यादा वसूलता है। वहीं घर के सक्षम व्यक्ति से कम ब्याज पर लोन मिल जाता है, क्योंकि ब्याज की दरें लोन लेने वाले और लोन देने वाले की आपसी बातचीत से तय होती हैं। आपका परिवार या दोस्त आपको बेहतर तरीके से जानते हैं इसलिए वो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री, नौकरी या पर्सनल जानकारियां चेक नहीं करते। अगर लोन चुकाने में थोड़ी देर भी हो तो आपका परिवार या दोस्त आपको मोहलत देते हैं, न कि आप पर कोई ऐक्शन लेते हैं।

नुकसान सिर्फ यह है : होम लोन पर दो तरह के टैक्स फायदे मिलते हैं। पहला लोन के प्रिंसिपल अमाउंट पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये सालाना का डिडक्शन मिलता है। दूसरा लोन के ब्याज पर सेक्शन 24 के तहत 2 लाख रुपये तक की छूट मिलती है। अब इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत छूट तभी मिलती है जब आप लोन बैंकों से लेते हैं, परिवार से लोन लेने पर ये छूट आपको नहीं मिलेगी।

यानी आप 8OC के तहत 1.5 लाख रुपये की टैक्स छूट क्लेम नहीं कर सकते हैं। परिवार से लोन लेने पर आपको सेक्शन 24 के तहत छूट मिल जाएगी। इसके लिए जिस भी परिवार के सदस्य या दोस्त से आपने होम लोन लिया है, वो आपको एक सर्टिफिकेट जारी करता है। जिसमें इस बात का जिक्र होता है कि आपने साल के दौरान कितना ब्याज का भुगतान किया। ये सर्टिफिकेट आपको इनकम टैक्स में छूट लेने के दौरान सबूत के तौर पर दिखाना होता है।

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