विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा… भाजापा विधायक को राष्ट्रवादी में आने का खुला ऑफर

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सातारा : पिछ्ले कई दिनो से राष्ट्रवादी विधायक शशिकांत शिंदे और भाजपा विधायक शिवेंद्रसिंहराजे भोसले के बीच जमकर छींटाकसी हो रही है। भोसले ने शिंदे को धमकी भी दे डाली कि जो मेरे रास्ते में आयेगा उसकी वाट लगाये बिना मैं बैठने वाला नहीं हूँ। इसलिए सातारा की राजनीति गरमायी हुई है।

ऐसे में राष्ट्रवादी विधायक शशिकांत शिंदे द्वरा सम्वाददाता सम्मेलन कर भोसले को पार्टी में ऑफर दिया गया, यह सुनकर सभी को आश्चर्य हो रहा है। शिंदे ने कहा कि भोसले अगर नगरपालिका चुनाव से पहले पार्टी में आ गये तो पालिका चुनाव में राष्ट्रवदी पैनल का नेतृत्व भोसले ही करेंगे। साथ ही उन्होने कहा कि जिला मध्यवर्ती बैंक में कभी भी पार्टी की राजनीति नहीं आने दी। रामराजे के माध्यम से सभी एकसाथ आकर निर्विरोध चुनाव करेंगे।

साथ ही उन्होने कहा कि पार्टी ने मुझे जो भी जिम्मेदारी दी उसे मैंने शुरू से ही पूरी करने की कोशिश की है। जावली और कोरेगांव तालुका मेरे बहुत करीब है। दोनो में ही मैं राजनीति करता रहूंगा। मेरी सोच के लो अगर एकसाथ आकर पार्टी के विकास के लिए काम कर रहे हैं, तो किसी को परेशानी क्यो हो रही है? जिला बैंक के चुनाव को निर्विरोध करवाने पर मैंने जोर दिया है। लेकिन जहाँ विरोध होगा वहा पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।

शिवेंद्रसिह क्या मेरा किसी भी नेता से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं है। पार्टी की ताकत को अगर वैसे ही रखना है तो मुझे काम करना पड़ेगा। किसी को बुरा लगता है तो क्या मैं पंचायत समिती और जिला परिषद छोड़ दू? अभी विधान परिषद, डीपीडीसी का चुनाव होगा, राष्ट्रवादी ज्यादा सए ज्यादा सीटे जीते तभी फायदा होगा।

भोसले और शिंदे के बीच क्या है विवाद

जिला मध्यवर्ती बैंक के चुनाव से पहले सातारा में शिवेंदद्रसिह भोसले और शशिकांत शिंदे के बीच विवाद शुरू हो गया है। एक सभा में भोसले ने कहा था कि सातारा तालुके में सघर्ष को टालने के लिए हम दोनो भाई साथ आये, कुछ लोगो को ये बात पची नहीं। यही लोग मेरे और उद्यनराजे और मेरे बीच दूरी बनाने की कोशिश कर रह हैं। कोई ये न भूले कि मैं भाऊसाहेब महाराज का बेटा हूँ। जिस उद्यनराजे से लोग डरते हैं उनके खिलाफ मैंने चुनाव लड़ा और मैं जीत कर आया। मैं किसी से डरता नहीं हूँ। शशिकांत शिंदे का नाम न लेते हुए भोसले ने चेतावनी दी कि मैं खत्म हो तो हो गया लेकिन मेरे खिलफ कुटिल चाल चलनेवालो को खत्म किये बिना नही बैठूंगा।

इस पर शशिकांत शिंदे ने सम्वाददाता सम्मेलन कर कहा कि मएरे और भोसले के बीच कोई विवाद नही है। अगर तालुके के कार्यकर्ता से मैं मुलाकात करता हूँ तो किसी को परेशानी नही होनी चाहिए। अगर मेरे मअन में खोट होता तो मैं सातारा से ही चुनाव लड़ता लेकिन मैंने कोरेगांव विधानसभा सए चुनाव लड़ा। आने वाले दिनो में पार्टी के लिए मेरा संघर्ष अटल रहेगा।

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