‘जवानी’ की वियाग्रा ने ले ली जान, लेता रहा था ओवरडोज   

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भोपाल. ऑनलाइन टीम : 8 वर्षों में वियाग्रा की बिक्री में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, चिकित्सकों ने चेतावनी दी है कि अधिक से अधिक युवा पुरूष नपुंसकता रोधी दवा का उपयोग कर रहे हैं। असलियत में महिलाओं के साथ उत्तेजित होने में कठिनाई महसूस होने की ‘निर्बल’ मानसिकता दूर करने के लिए आजकल युवा भी दवाओं पर निर्भर रहने लगे हैं। उनका मानना है कि यह महिलाओं के साथ उनकी कामोत्तेजना को बढ़ाएगा।

राजधानी भोपाल के पिपलानी इलाके का एक युवक भी कुछ इसी तरह की मानसिकता का शिकार था, लेकिन उसकी यह कमजोरी समझने की मनसिकता ने उसकी जान ले ली। पिपलानी पुलिस ने बताया कि 25 वर्षीय अविवाहित युवक रायसेन रोड पर अपने परिवार के साथ रहता था। तीन भाइयों में वह सबसे बड़ा था। पिता भोपाल में एक शासकीय सोसायटी में नौकरी करते हैं। गत कुछ दिनों से उसके अंदर हीन भावना पनपने लगी थी कि वह नामर्दगी का शिकार हो गया है। इसके बाद उसने वियाग्रा लेना शुरू कर दिया। भोपाल में रह कर वह प्राइवेट नौकरी करता था।

इसलिए उसके संबंध में कई महिला चेहरे भी थे। जानकारी के अनुसार युवक की तबीयत पिछले 5-6 दिनों से खराब थी। इसकी वजह से वह अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करवाया था। बुधवार की रात युवक की तबीयत अचानक से ज्यादा बिगड़ गई थी। उसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। गुरुवार को इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई है। युवक के पेट में दर्द के साथ लगातार उल्टी हो रही थी, लेकिन अस्पताल में भी उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुई थी। परिजनों ने बताया कि उसने वियाग्रा का अधिक मात्रा में सेवन कर लिया था।  पुलिस ने केस दर्ज कर युवक का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि युवक की मौत कैसे हुई है।

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