बिहार में चमकी बुखार से अब तक 128 बच्चों की मौत
पटना : पुलिसनामा ऑनलाईन – बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानि की चमकी बुखार से अब तक 128 बच्चों की मौत हो चुकी है। हर तरफ मातम है। लोगों में हाहाकार मची हुई। चमकी बुखार से लोग डरे-सहमे हुए है। बच्चों की मौत से लोगों के आँखों में आंसू है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोगों ने पलायन भी शुरू कर दिया है। ताकि उनके बच्चे जीवित रहे। मुजफ्फरपुर के अलावा भागलपुर, बांका, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण और समस्तीपुर जिलों से भी मौतें हुईं हैं। सीतामढ़ी में कम से कम 15 एईएस से संबंधित मामलों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैशाली जिले के भगवानपुर के हरिवंशपुर गांव के निवासियों ने अपने बच्चों को गांव से दूर भेज दिया है।
Bihar: Residents of Harivanshpur village in Bhagvanpur, Vaishali say they have sent their children away from the village after several children died in the area. C Sahani, a villager says, "I've lost both of my sons to Acute Encephalitis Syndrome (AES)" pic.twitter.com/nQfdRsQFFZ
— ANI (@ANI) June 19, 2019
मृतक बच्चों के एक पिता ने कहा कि ‘एक्यूट इंसेफेलाइटिस के कारण मेरे दोनों बेटों की मौत हो गई। बड़ा 7 साल का था जबकि छोटा 2 साल का था। बीमारी के बारे में प्रशासन द्वारा कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाया गया था।’ उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी आलोचना की और कहा कि ‘मुख्यमंत्री ने बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कुछ नहीं किया। बीमारी से पीड़ित बच्चों के लिए अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है।’
इस बीमारी को चमकी बुखार कहा जा रहा है। बच्चों में ये क्यों फैला है, डॉक्टर अभी इसकी वजह नहीं ढूंढ पाए हैं। बच्चों की मौत के बाद नीतीश सरकार हरकत में आई है और उसने पटना, नालंदा और दरभंगा के विशेषज्ञ डाक्टरों की एक टीम मुजफ्फरपुर के लिए रवाना किया है।