साढ़े तीन सौ मुंबईवासियों पर एक पुलिसकर्मी, मंजूर पदों में से 19 से 20% रिक्त
मुंबई, 25 अक्टूबर – हमेशा आतंकवादियों के निशाने पर रहने वाली मुंबई पुलिस में कर्मचारियों की संख्या बेहद कम है। साढ़े तीन सौ मुंबईवासियों के पीछे एक पुलिस के होने की चौंकने वाली जानकारी सामने आई है। मंजूर पदों में से 19 से 20% पद अभी भी रिक्त है। इनमें असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर का पद सबसे अधिक 41% रिक्त है।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की आबादी करीब सवा करोड़ है। मुंबईवासियों की सेवा के लिए केवल 40 हज़ार पुलिस की फौज है। एक प्राइवेट संस्था की रिपोर्ट के अनुसार 2018 में मुंबई पुलिस विभाग में 50 हज़ार 606 मंजूर था। इनमें से 39 हज़ार 561 लोग कार्यरत है । इसका मतलब 22% पद खाली है। 2019 में मुंबई में मंजूर 50 488 पद में से 41 हज़ार 115 लोगों की फौज कार्यरत है। कार्यरत पुलिस कर्मचारियों में सबसे अधिक बंदोबस्त में लगे है।
टेक्निकल पोस्ट को लेकर भी इसी तरह की उपेक्षा की जा रही है। 5 हज़ार पद मंजूर है लेकिन 2 844 कर्मचारी ही कार्य कर रहे है। इसका असर अपराध की जांच पर हो रहा है।
पुलिस पर काम का अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। पुलिस का कहना है कि राज्य भर के लिए पुलिस मेगा भर्ती होने से रिक्त पद कम होंगे।
इस तरह है रिक्त पद
16 %
पुलिस निरीक्षक
41 %
सहायक पुलिस इंस्पेक्टर
29 %
सहायक पुलिस सब-इंस्पेक्टर
कोरोना संकट : जाने देने की नौबत
कोरोना काल में सबसे अधिक असर पुलिसकर्मियों पर हुआ है। लॉकडाउन में बंदोबस्त पर राज्य भर में 20 हज़ार पुलिसकर्मियों को कोरोना हो गया। इनमें से 208 पुलिसकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इनमें मुंबई के साढ़े तीन हज़ार पुलिसकर्मी शामिल है। जबकि 60 से अधिक पुलिसकर्मियों की जान चली गई।