PM नरेंद्र मोदींनी पुण्यातील नर्सशी साधला मराठीत ‘संवाद’ !

पोलीसनामा ऑनलाइन – कोरोनाबाधित रुग्णांवर पुण्यातील नायडू रुग्णालयात उपचार सुरु आहेत. त्यासंदर्भात पंतप्रधान नरेंद्र मोदी नर्स छाया यांच्याशी दूरध्वनीवरुन संवाद साधतून त्यांच्या कामाचे कौतुक केले. पंतप्रधानांनी केलेला फोन कोरोनाग्रस्तांसाठी सातत्याने कष्ट घेणार्‍या नायडू रुग्णालयातील डॉक्टर आणि सिस्टर्स आणि इतर सगळ्यांचे मनोधैर्य उंचावणारा ठरला. हॅलो सिस्टर, नमस्ते तुम्ही कशा आहात? अशी मराठीत सुरुवात करत पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी छाया यांच्याशी संवाद साधला.

हा संवाद झाला
पंतप्रधान कार्यालयातून छाया सिस्टर यांना फोन आला. त्यानंतर पंतप्रधान नरेंद्र मोदी तुमच्याशी संवाद साधणार आहेत. हे सांगण्यात आले.

पंतप्रधान : हॅलो नमस्ते सिस्टर छाया, कशा आहात तुम्ही?
सिस्टर छाया : नमस्ते सर, आम्ही ठीक आहोत
पंतप्रधान : स्वतःची काळजी घेत आहात ना?
सिस्टर छाया: हो सर
पंतप्रधान : बताईये, आप अपने परिवारको, अपने सेवाभावके प्रति कैसे आश्वस्त कर पायीं? क्योंकी आप तो बिलकुल जी जानसे इन दिनो सबकी सेवामे लगी हुई हो, परिवार को चिंता होती होगी
सिस्टर छाया: हो सर, चिंत होती है लेकीन काम तो करना पडता है सर. सेवा देनेकी है और इस कर्तव्यसेही हम काम करते है. थोडी चिंता होती है मगर कोई बात नहीं
पंतप्रधान : जब पेशंट आते हैं तो बहुत डरे हुये आते होंगे?
सिस्टर छाया : हाँ बहुत डरे हुये आते हैं. अ‍ॅडमिट किया तो डरते हैं. लेकीन हम उनसे जाकर बात करते हैं. हम उनसे कहते हैं डरना नहीं. कुछ नहीं होगा. रिपोर्ट अच्छा आयेगा. रिपोर्ट पॉझिटिव्ह आया तो भी डरनेकी बात नहीं. ये हॉस्पिटलसे सात पेशंट ठीक होकर घर गयें हैं. जो नौ पेशंट है वो भी ठीक आहे. तो आप बिलकुल मत डरिये. रिपोर्ट पॉझिटिव्ह आया तोभी मत डरिये. हम जाके उन्हे दवाई देते हैं. उनसे बात करते हैं. फिरभी उनके मनमें डर होता है. लेकीन हम उस डर को निकालने का काम करते हैं. अच्छी तरहसे उनसे बात करते हैं.
पंतप्रधान : पेशंट के परिवार जरा नाराजगी व्यक्त करते होंगे क्यूँकी सबको चिंता रहती होगी..
सिस्टर छाया : पेशंटके परिवार को तो अंदर नहीं आने देते ना सर..
पंतप्रधान : जी बिलकुल पेशंटके परिवारको अंदर मत आने दो..
सिस्टर छाया: नहीं, हम किसीको अंदर आने नहीं देते. हमारा स्टाफ और पेशंट उनकोही अंदर आने देते हैं. सब हॉस्पिटल क्वारंटाइन है ना
पंतप्रधान : आप इतने दिनोंसे सेवा कर रहीं हो और पुरे अस्पतालको कोरोना व्हायरसके लिये आपने समर्पित कर दिया है..देशभरमें नर्सिंग क्षेत्रमें जो बहने काम कर रहीं है और जो भाई काम कर रहें हैं तो उनके लिये आपका क्या संदेश है?

सिस्टर छाया: उन सबसे मै यहीं कहुंगी डरना नही. काम करते रहना है और कोरोना जैसी बीमारीको भगाना है. देश को जिताना है यहीं हर हॉस्पिटलका ब्रीद वाक्य चाहिये.

पंतप्रधान : चलिये सिस्टर मेरी आपको बहुत शुभकामनाये. आप जिस हिंमतसे काम कर रहीं हैं और आपकी तरह देशकी हमारी लाखो सिस्टर्स अस्पतालमें है सेवा दे रही है. वर्किंग स्टाफ है, पॅरामेडिकल स्टाफ है, डॉक्टर्स है. जिसप्रकारसे एक तपस्वीकी तरह लोगोकी सेवा कर रह हैं मै आपका बहुत अभिनंदन करता हूँ और मुझे अच्छा लगा आपके अनुभव सुनकर. धन्यवाद जी.

सिस्टर छाया: सर, मै और हमारे हॉस्पिटलका पुरा स्टाफ आपको सलाम करता है. आपने हमसें फोनपर बात की. देशके एक छोटेसे हॉस्पिटलमें फोन करके आपने हमारी पुछताछ की इसलिये हमारा पुरा स्टाफ आपका तहे दिलसे आभारी है और आभारी रहेंगे.

पंतप्रधान: देखिये ये मेरा कर्तव्य है, और हमसबको मिलकर ये लडाई जितनी है.

सिस्टर छाया : जी हाँ सर वो तो है. मै तो मेरी ड्युटी कर रहीं हूँ. आप तो पुरे हर दिन देशकी सेवा कर रह हैं. इसलिये हम सब आपके आभारी हैं.

पंतप्रधान : जी नहीं. मै तो मेरा कर्तव्य कर रहाँ हूँ आप लोग मुझसे ज्यादा सेवा कर रहे हैं.

सिस्टर छाया : नहीं सर हमारे लिये तो आपही हमारे देवता है और पुरे देशको आपके जैसा प्रधानमंत्रीही चाहिये

पंतप्रधान : चलिये बहुत बहुत धन्यवाद आपकी भावनाओं के लिये. परमात्मा आपको भी शक्ती दे और आप जैसे बहनोंके आशीर्वाद मुझे और काम करनेकी ताकद देते हैं. बहुत बहुत धन्यवाद.

सिस्टर छाया : थँक्यू सर.